बोरे बासी के साथ सम्मानजक रोजी और रोजगार से होगा मजदूरों का विकास – विष्णु लोधी

मान सिंग वर्मा की रिपोर्ट–
JCCJ ने छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा मजदूरों के स्वाभिमान और उनके मनोबल को ऊंचा उठाने के लिए बोरे बासी खाने की अपील का किया स्वागत
स्वर्गीय जोगी जी का पसंदीदा भोजन बोरे बासी और पताल की चटनी ही था।
डोंगरगढ़ – जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) (JCCJ) के जिला अध्यक्ष विष्णु लोधी ने जिलेवासियों को 1 मई अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा छत्तीसगढ़ सरकार आज मजदूरों के स्वाभिमान और उनके मनोबल को ऊंचा उठाने के लिए बोरे बासी खाने का अपील की है जिसका स्वागत करते है इससे पहले स्वर्गीय अजीत जोगी ने बोरे बांसी के बारे में लोगों को बताया करते और अपने सबसे पसंदीदा भोजन, बोरे बांसी, पताल के चटनी को कहां करते थे । जिसका नकल आज कांग्रेसी कर रहे हैं यही नहीं कांग्रेस सरकार स्वर्गीय जोगी जी का सभी कामों का नकाल कर रहे हैं पर नकल के लिए भी अकल की आवश्यकता होती है जो उनके पास नहीं है। इसलिए बहुत से क्षेत्र में, ज्यादातर क्षेत्र में फेल हो रहे हैं। ठीक इसी प्रकार से कॉन्ग्रेस पार्टी ने हमारी शपतपत्र को भी चुराया और पूरा नकल किया, जबकि जोगी जी का शपत पत्र 1 साल पूर्व जनता के बीच बट चुका था जिसकी टू काफी कांग्रेस पार्टी ने किया और घोषणा पत्र बताया जबकि उनका घोषणा पत्र नहीं हमारा शपथ पत्र है। परंतु सिर्फ बोरे बासी खाने से मजदूरों का उत्थान नहीं होगा बल्कि जिस दिन मजदूरों को सम्मानजनक रोजी और रोजगार मिलेगा, मजदूर का बेटा मजदूर नहीं बल्कि ऑफिसर और कलेक्टर बनेगा, सभी संविदा कर्मियों का नियमितीकरण, छत्तीसगढ़ के ढाई करोड़ जनता को उनका हक मिलेगा, तब जाकर मजूद दिवस सार्थक होगा।
विष्णु लोधी ने कहा राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री और गरीबों के मसीहा स्वर्गीय अजीत जोगी ने हमेशा छत्तीसगढ़ के गरीब, मजदूर, किसान शोषित, आदिवासी, पिछड़े, दबे कुचले लोगों की चिंता की और कहा करते थे कि छत्तीसगढ़ एक ऐसी अमीर धरती है जहां पर गरीब लोग रहते हैं और हमें उन गरीब मजदूरों को अमीर बनाना है, वास्तव में अगर आज के दिन स्व अजीत जोगी के कहे अनुसार कांग्रेस सरकार अमीर धरती के गरीब लोगों को अमीर बनाने का संकल्प लेकर मजदूर हित मे काम करेंगे, तब जाकर ही मजदूर दिवस सार्थक होगा।
विष्णु लोधी ने मनरेगा योजना पर व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ सवाल खड़ा करते हुए कहा कि तत्कालीन यूपीए सरकार ने मजदूरों को 100 दिन का रोजगार देने की गारंटी लाने वाला एक मजदूर हितैषी योजना लाई परंतु वह भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया और आज ना मजदूरों को सम्मानजनक रोज़ी रोजगार मिल रहा है और ना ही समान मजदूरी। वहीं दूसरी तरफ प्रदेशभर में मनरेगा कर्मियों की हड़ताल से मनरेगा योजना पूरी तरह चरमरा गई है और मनरेगा के मजदूर अपने अधिकारों से वंचित हो रहे हैं। ऐसे में सरकार को मनरेगा कर्मियों के मांग को यथाशीघ्र पूरी करते हुए मनरेगा के मजदूरों को सम्मानजनक रोजी और रोजगार देना चाहिए और मनरेगा के भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
विष्णु लोधी ने कहा मजदूर हमारे समाज के अभिन्न अंग है देश के निर्माण में मजदूर की भूमिका सबसे अहम होती है, बड़ी-बड़ी इमारतें का निर्माण हो सड़क, पुल, पुलिया हो कल कारखानों में उत्पादन हो या फिर रेल की पटरियां बिछाने का काम हो सभी जगह मजदूरों की पसीना लगता हैं लेकिन अपनी खून पसीने लगाकर पूरी ईमानदारी के साथ देश और समाज के निर्माण और विकास में अमूल्य योगदान देने वाला मजदूर खुद अभाव की जिंदगी जीता है। आज भी गरीब मजदूरों को सम्मानजनक रोजी और रोजगार नहीं मिलता, ओवरटाइम काम लेकर मजदूरों का शोषण किया जाता है, नियमानुसार समान मजदूरी का भुगतान नहीं किया जाता जिस कारण गरीब , गरीब और अमीर, अमीर होते जा रहा है।
उन्होंने कहा मजदूर को मजबूर नहीं बल्कि मजबूत करने की आवश्यकता है उसे सम्मान के साथ रोजी-रोजगार देने की आवश्यकता है उसका पसीना सूखने से पहले उसकी मजदूरी दे दी जानी चाहिए तब जाकर के मजदूर दिवस सार्थक होगा।