सुहागिन महिलाओं ने रखा करवा चौथ का व्रत चांद को देखकर तोड व्रत

खरोरा;—हरितालिका व्रत के बाद महिलाओं द्वारा पति की लंबी उम्र के लिए रखे जाने वाला करवा चौथ आज मनाया गया । सुहागिनों द्वारा पर महिलाओं ने भी जमकर खरीदारी की बाजार में करवा चौथ पूर्णिमा हिंदू चंद्र कैलेंडर के अनुसार अश्विन महीने की कृष्ण पक्ष चतुर्थी को मनाया जाता है। व्रत का महत्व मुख्य रूप से विवाहित महिलाओं द्वारा अपने पति की लंबी उम्र के लिए मनाया जाता है। महिलाएं चंद्र भगवान शिव और भगवान गणेश सहित उनके के परिवार की पूजा करती है।
,चांद के निकलने के बाद पूजा अर्चना कर तोड़ेगी व्रत, महिलाओं के लिए यह एक बड़े त्यौहार से कम नहीं होता। पति द्वारा पत्नियों को उपहार भी दिया जाता है, नव दंपति के लिए यह व्रत और भी खास हो जाता है।ऐसे में वे सुहागिनी जो कि पहली बार व्रत रखने जा रही है उनमे भारी उत्साह है, सुहागिनों का कहना है कि इस दिन पति से प्रेम उपहार के अलावा सात जन्मों तक साथ निभाने और हर सुख दुख में साथ निभाने के लिए यह वचनबद्ध है, ऐसे में पत्नी का पति के प्रति अटूट प्रेम को जताने वाली तुम्हीं मेरे मंदिर तुम्हीं मेरी पूजा तुम्हीं देवता मेरे गीत को भी गुनगुनाया जा रहा है। इस साल करवा चौथ का त्यौहार 24 अक्टूबर यानी आज है इसे लेकर बाजारों में भी महिलाओं की रौनक देखने को मिल रही है। बाजार में कपड़े मेहंदी चूड़ी कंगन आदि की खरीरदारी बढ़ गई है यह व्रत हमारे भारतीय संस्कृति में विवाहित महिलाओं के लिए एक प्रमुख पर्व है इस व्रत का पौराणिक महत्व तो है ही साथ ही अपने पति के दीर्घायु और सौभाग्य की कामना के लिए दांपत्य जीवन खुशहाल रहे और जीवन पर्यंत पति पत्नी के बीच अगाध प्रेम का प्रतीक है।
