स्वच्छता की राग अलापने वाले नगरपालिका प्रशासन की कथनी करनी को नगर की नालियों में बजबजाती प्रदूषित पानी ,गली सड़कों के मध्य कचरों का ढेर

खरोरा: स्वच्छता की राग अलापने वाले नगरपालिका प्रशासन की कथनी करनी को नगर की नालियों में बजबजाती प्रदूषित पानी ,गली सड़कों के मध्य कचरों का ढेर जिसे स्वयं नगरपालिका के सफाईकर्मी अंजाम देते हैं, वह नगरपालिका प्रशासन को चुनौतिया देने में काफी मददगार साबित होगी। कहने को तो नगरपालिका प्रशासन स्वच्छता के मामले पर अब तक खरा उतरने में कामयाबी हासिल नहीं की है परंतु नगरपालिका के जवाबदार अधिकारी नगर पालिका कार्यालय के टेबल में स्वच्छता की ढोल पीटने से बाज नहीं आते ।

“”संजीवनी रक्तदाता संघ के अध्यक्ष ओमप्रकाश सिंह चौहान ने नगरपालिका प्रशासन पर स्वच्छता के नाम पर निष्कृयता का आरोप लगाते हुए कहा कि नगरपालिका के संबंधित विभाग के अधिकारी व अमला महज सफाई की औपचारिकता पूरी करती है तभी तो चिन्हित स्थलो में दिखावे को सफाई अभियान की खानापूर्ति की जाती है जबकि नगर की वास्तविकता कुछ और ही बंया कर रही है । इस मामले पर संजीवनी रक्त दाता संघ के अध्यक्ष श्री चौहान ने बताया कि नगरपालिका के सफाईकर्मी तिल्दा दिनदयाल उपाध्याय चौक मार्ग से कोटा मार्ग के बद्रीनारायण बागडिया हाई एवं हायर सेकंडरी स्कूल तक सफाई अभियान पर तवज्जो देती है बाकि आगे की मार्ग नेवरा तालाब व नगरपालिका क्षेत्रान्तर्गत के सीमा को नजरंदाज की जाती है जबकि यह परिक्षेत्र घनी आबादी के साथ साथ ब्यस्तम मार्ग से संबंध रखता है फिर भी सफाई के नाम पर इस क्षेत्र नगरपालिका प्रशासन अनदेखा करते आ रही है। इससे जाहिर होता है कि नगरपालिका के जनप्रतिनिधि व जवाबदार अधिकारी गण नगर सफाई के मामले में दिखावे को ज्यादा प्राथमिकता देती है ।””‘

चौहान ने कहा की नगरपालिका तिल्दा-नेवरा परिक्षेत्र जिसे औद्योगिक क्षेत्र का दर्जा दिया गया है जहां पर उड़ती धुल की गुब्बारा ,ब्यस्तम मार्ग की प्रदूषित वातावरण नगरपालिका प्रशासन के लिए कहा जावे तो एक इम्तिहान है जिन पर नगरपालिका की कारगुज़ारियों के चलते सफलता अर्जित करना संभव प्रतित नहीं होता सफाई ब्यवस्था चरमरा गई है । नगरवासियों एवं राहगीरों को भारी वाहनों से उड़ते धुल संक्रामक बिमारियों को उपहार स्वरूप भेंट कर रही है और इधर नगरपालिका प्रशासन चंद स्थलो की सफाई ब्यवस्था में ध्यान लगाकर औपचारिकताएं पूर्ण करते हुए नगर सफाई का दंभ भरते हुए थक नहीं रहे हैं और नगर पालिका अधिकारियों का दंभ भरना भी जायज है चुंकि न ही उनके ऊपर जनप्रतिनिधियों का अंकुश है और न ही संबंधित अधिकारी का लगाम है जो उन्हें दिशा निर्देशित करे।

अमूमन सफाई व स्वच्छता से संबंध रखने वाले अधिकारी फिल्ड का मौका निरिक्षण न कर नगर पालिका के कुर्सी से ही सारा बागडोर सम्हालते है तो भला उस नगर की स्वच्छता व सफाई की असल चेहरा कैसी होगी उसे भली भांति समझा जा सकता है

लालजी की खास रिपोर्ट खरोरा…..

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मिल्खा सिंह ज्ञानी

एडिटर-इंडिया007न्यूज मो.+91 98279 34086

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