एक स्त्री, जिसमें सारी दुनिया समाई है, जो समस्त दुनिया को आगे बढ़ाती है, यदि वो ना हो तो हम भी नहीं हैं….!!! विष्णु लोधी

आज भारत मे सति प्रथा तो खत्म हो गई लेकिन फिर भी जिस हालातों से एक विधवा औरत अपनी जिंदगी बिता रही है वो अग्नि में जलकर राख हो जाने से कम नहीं है- विष्णु लोधी

मानसिंग की रिपोर्ट *डोंगरगढ़ – जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के जिला अध्यक्ष विष्णु लोधी ने अपने घर परिवार के सभी सदस्यों के सहमति से अपने भतीजे अधिवक्ता दिव्यपाल लोधी, सुपौत्र श्री सीपर राम लोधी, पिता कमल किशोर लोधी,का कोर्ट मैरिज विधवा कोकिला लोधी के साथ करवा कर एक नया जीवन जीने का अवसर प्राप्त हुआ है साथ ही समाज को एक नई दिशा की ओर ले जाने का प्रयास हुआ हैं जोकि सराहनीय कार्य के साथ – साथ स्वागत एवं बधाई के पात्र भी हैं। विधवा कोकिला लोधी इससे पूर्व विष्णु लोधी के बड़े भाई ईश्वर दास लोधी की बहू और स्वर्गीय रोपेंद्र लोधी की पत्नी रही। स्वर्गीय रोपेन्र्द लोधी का डेढ़ साल पहले करेंट लग जाने से मृत्यु हो गया था और बहुत ही कम उम्र में कोकिला लोधी विधवा हो गई थी। कोर्ट मैरिज अपर कलेक्टर सीएल मारकंडे जी की उपस्थिति में संपन्न हुई।

विष्णु लोधी ने कहा एक स्त्री, जिसमें सारी दुनिया समाई है, जो समस्त दुनिया को आगे बढ़ाती है, यदि वो ना हो तो हम भी नहीं हैं….!!! लेकिन वर्तमान में नारी का जो हष्र हो रहा है , क्या सच में आज नारी महान है ? क्या सच में आज नारी स्वतंत्र है व अपने हिसाब से अपनी जिंदगी जी रही है ? क्या सच में नारी को वो सम्मान मिल रहा है जिसकी वो हकदार है ?

विष्णु लोधी ने कहा शास्त्रों के अनुसार पति की मृत्यु के बाद सफेद वस्त्र धारण करने का नियम है जिसे निभाना अतिआवश्यक माना गया है। स्त्री को उसके पति के निधन के कुछ सालों बाद तक केवल सफेद वस्त्र ही पहनने होते हैं और खाना पूरी तरह सात्विक होता है।

लेकिन क्या यह सब आवश्यक है?
विष्णु लोधी ने कहा आज के समय में लोग इन सभी सामाजिक मान्यताओं से परे अपनी जिंदगी जीते हैं । लोगों की सोच में कुछ बदलाव आ गया है और अब तो विधवा स्त्रियां भी रंगीन वस्त्र पहनने लगी हैं. उनके घर वाले उन्हें समझते हैं और उन्हें अपनी जिंदगी को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करते हैं। खासतौर पर उनकी जिंदगी जो स्त्रियां काफी कम उम्र में विधवा हो जाती हैं ।
विष्णु लोधी ने कहा वो बेबस स्त्री अभी अपने पति की मृत्यु से उभरी भी नहीं होती कि उसे सारी दुनिया अजीब दृष्टी से देखने लगती है. उसे एक सेवक या फिर अतिरिक्त प्राणी की तरह समझा जाता है जिसका अब इस दुनिया में रहने का कोई महत्व नहीं। आज भारत मे सति प्रथा तो खत्म हो गई लेकिन फिर भी जिस हालातों से एक विधवा औरत अपनी जिंदगी बिता रही है वो अग्नि में जलकर राख हो जाने से कम नहीं है ।
कोर्ट मैरिज के समय आशिर्वाद वह बधाई देने प्रमुख रूप से उपस्थित रहे अपर कलेक्टर सीएल मारकंडे जी, लोधी ट्रैवल्स के सुप्रियो श्री सीपर राम लोधी, लोधी कृषि फार्म के संचालक श्री ईश्वर दास लोधी, अधिवक्ता श्री कमल किशोर लोधी, जनता कांग्रेस के जिला अध्यक्ष व लोधी पेट्रोलियम के संचालक विष्णु लोधी,नारद लोधी, चाणक्य दास जंघेल, नंद लाल वर्मा, हितेश जंघेल, डेविड वर्मा, ओमप्रकाश जंघेल, इंजीनियर मेघराज लोधी,नयन लोधी, भार्गव लोधी व समाज के वरिष्ठ जन एवं लड़की व लड़का पक्ष के परिवार बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।