डोंगरगांव, में चल रही संगीतमय श्रीराम कथा के आज छठवां दिवस ,कथा प्रवक्ता- अनंत श्री विभूषित कनिष्ठ

जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी श्री आत्मानंद सरस्वती जी महाराज, राष्ट्रीय अध्यक्ष- विश्व हिंदू जागरण परिषद ,राष्ट्रीय उपाध्यक्ष- श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण न्यास अयोध्या , ने आज हजारों की संख्या में कथा श्रोताओं को समझाते हुए बताया, कि राम बनवास का अभिप्राय है ,मानवता के लिए परमात्मा राम ने इस धरातल पर आकर के समाज को शिक्षा दिया कि ,धर्म की रक्षा के लिए सिंहासन त्यागना पड़े, पद त्याग ना पड़े ,परिवार को त्याग ना पड़े ,तो त्याग देना चाहिए ।जब तक जीवन में त्याग नहीं होगा, तब तक धर्म की स्थापना नहीं हो सकती है ।आगे पूज्य महाराज श्री ने गौ, गंगा एवं गीता पर बोलते हुए बताया कि,जब तक राष्ट्र में गो की रक्षा नहीं होगी गीता का सम्मान नहीं होगा ,गंगा में स्वच्छता नहीं होगी ,तब तक देश में शांति नहीं हो सकती है । देश में शांति स्थापित करना है ,तो पहले गांव की रक्षा करना होगा। और गांव की रक्षा सरकारों के बल पर नहीं हो सकती ।जब तक समाज का मन गौ रक्षा पर नहीं लगता है, तब तक गौ रक्षा होना संभव ही नहीं है ।क्योंकि सरकार कहां तक किन-किन व्यवस्थाओं पर अपना ध्यान केंद्रित करें, क्योंकि सरकारों के पास हजारों कार्य होते हैं ,समाज को चाहिए कि गौ की सुरक्षा के लिए बड़े-बड़े आश्रमों में गौशालाओं में तन मन धन से सहयोग कर ,उन गौशालाओं को संबल प्रदान करें।यह आयोजन अनवरत 5 दिसंबर तक चलना सुनिश्चित है कार्यक्रम समिति द्वारा कथा श्रोताओं से कथा श्रवण करने के लिए अपील की गई है।






देवेन्द्र की रिपोर्ट डोंगर गांव—–