राष्ट्रीय जैव विविधता प्राधिकरण गठित

खरोरा:——राष्ट्रीय जैव विविधता प्राधिकरण के द्वारा गठित वैज्ञानिकों का दल डॉक्टर रामाकृष्णा जी एवं डॉ वी जी मालती जी के साथ एसडीओ विश्वनाथ मुखर्जी एवं समीर जोनाथन जी के द्वारा दिनांक 24.11.21 बुधवार रायपुर वन मंडल के बीएमसी एवं पीवीआर की गुणवत्ता का आंकलन एनबीए के विशेष दल द्वारा किया गया जिसमें ग्राम पंचायत स्तर पर मोहरेंगा परीक्षेत्र के जैव विविधता प्रबंधन समिति के सदस्यों एवं ग्रामीण जनों के बीच किया गया जिसका संचालन गो ग्रीन वेलफेयर सोसाइटी के सदस्यों द्वारा किया गया ,जहां पर हमारे आस-पास पर्यावरण में पाए जाने वाले पेड़ पौधे उन पर निवास करने वाले छोटे-छोटे कीट पतंगे विभिन्न पक्षियां,तितलियां छोटे-बड़े सभी जीव-जंतु हम मनुष्य आदि सभी एक दूसरे पर कैसे रहते हुए एक चैन के समान रहते हैं जिसका कहीं पर भी एक जीवन टूट गया तो या कोई प्रजाति के खत्म हो जाने पर पूरे जैव विविधता पर किस प्रकार से दुष्प्रभाव पड़ता है इसके बारे में जानकारी दिया गया। साथ ही ग्रामीण अंचलो पर पाए जाने वाले औषधीय पौधे ,खानपान की सभी पेड़-पौधे अलग-अलग किस्म के धान व अन्य फसलो,सब्जी के विभिन्न प्रकार, ग्रामीण अंचल में व्यवसायी मछलियां पालन, कुकुट ,बकरी पालन आदि एवं जंगल से प्राप्त विभिन्न प्रकार के औषधीय फल हर्रा,बहेरा चार, पेड़ो के छाल, फूल ,बीज चिंरौंजी आदी से किस प्रकार से उपयोग कर हम आर्थिक सहयोग ले सकते हैं और अपनी आमदनी बड़ा सकते हैं और इसके संरक्षण मे सहयोगी बन सकते है साथ ही जैव विविधता से मिले फंड का उपयोग करके बच्चों के शैक्षणिक विकास,क्षेत्र के विकास में किस प्रकार से इसका उपयोग लाया जा सकता है इसकी जानकारी कार्यक्रम में आए हुए विशेषज्ञों के द्वारा दिया गया,जिसका सभी ग्रामीण जनों ने विशेषज्ञों के प्रति अभार व्यक्त किया कि उन्होंने कई महत्वपूर्ण जानकारियों को हम सभी के समक्ष साझा किए। चेन्नई,दिल्ली से आए हुए वैज्ञानिकों ने जैव विविधता पर बने बी एम सी – लोक जैव विविधता पंजी को विशेष रुप से सराहा और उन्होंने बताया कि हम जानकारियाँ तो सभी रखते हैं पर उसका उचित रखरखाव नहीं रख पाने के कारण से वह ज्ञान खत्म हो जाती है इसलिए उसका सूचीबद्ध करना बहुत ही आवश्यक होती है इसीलिए यह पंजी क्षेत्रवासियों के लिए एवं भविष्य हमारे बच्चों के लिए एक वरदान साबित होगी लिए साथ ही मोहरेंगा नेचर सफारी व यहां पर पाए जाने वाली विविधता की खूब सराहना की। कार्यक्रम में विशेष रुप से गो ग्रीन वेलफेयर सोसाइटी से अध्यक्ष कामिनी माथुर अरविंद माथुर डॉ रवि टेमरे तबस्सुम खान सहित ग्रामीण जैव विविधता के अध्यक्ष डॉ तोरण गिलहरे उपाध्यक्ष डॉ संतोष कुमार वर्मा सचिव रामचंद्र वर्मा सरस्वती धीवर केवरीन बाई ललित वर्मा गैंदराम सुरेश धीवर चंद्रकांत साहू दीपक साहू थामसन धीवर मेघनाथ पवन पूरन अनिल एवं वन विभाग के आला अधिकारी फोरेस्ट गार्ड सहित सभी ग्रामीण जन उपस्थित हुए।
जैव विविधता संबंधित बनाए गए संपूर्ण पंजी को सभी सदस्यों के द्वारा वन विभाग के एस डी ओ सर जी को भेंट किया गया