तीन कृषि क़ानून वापस लेना किसानों की जीत का प्रतीक – विभा साहू

अन्नदाताओं से माफ़ी माँगे मोदी सरकार -विभा
अन्नदाताओं के आगे घुटने टेकी मोदी सरकार – विभा
*तीन कृषि क़ानून की वापसी किसानों की ऐतिहासिक जीत- विभा

राजनांदगाँव19/11/2021 केंद्र की मोदी सरकार द्वारा तीन काले कृषि क़ानून देश के किसानों पर थोपा गया था जिसे आज वापस ले लिया गया है। छत्तीसगढ़ प्रदेश महिला कांग्रेस की महासचिव श्रीमती विभा साहू के नेतृत्व में डोंगरगाँव कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आंदोलन में शहीद किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए देश के किसानों को बधाई दी।इस अवसर पर पटाखे फोड़े गए एवं एक दूसरे को मिठाई खिलाकर ख़ुशी ज़ाहिर करते हुए मोदी सरकार को अन्नदाताओं से माफ़ी माँगने की नसीहत दी। श्रीमती विभा साहू ने गुरुनानक जयंती के पावन अवसर पर केंद्र के मोदी सरकार के द्वारा तीन काले कृषि क़ानून को वापस लिए जाने को अन्न दाताओं की ऐतिहासिक जीत बताया है आगे श्रीमति साहू ने कहा ने इस काले कृषि क़ानून के चलते सात सौ से भी अधिक आंदोलनरत किसानों ने अपने प्राणों की आहूति दी है जिसे भारत कभी नहीं भूलेगा। आखिरकार अन्नदाताओं के आंदोलन के आगे मोदी सरकार को घुटने टेकने पड़े। इतना ही नहीं सरकार के इस घोषणा को अमल करते हुए संसद के द्वारा इस पर त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए। श्रीमती साहू ने आगे कहा जब से ये तीन काले कृषि क़ानून थोपा गया था तब से देश के विभिन्न राज्यों के कई किसान संगठनों के द्वारा किसान आंदोलित थे। लंबे समय से चल रहे इस आन्दोलन में सैकड़ों किसानों की शहादत का ही परिणाम है की हठधर्मी मोदी सरकार को झुकना पड़ा और अंततः जीत किसानों की हुई है।इस इस अवसर पर हुकुमचंद जैन, फ़ेरु राम इंदोरिया, लेखू देवांगन, वारेन्द साहू, देवेंद्र साहू , द्रोपदी साहू सरपंच , मोहनिश साहू, रामकुमार वैष्णव, योग्गेश साहू, जितेंद्र तिवारी, संजू कौशिक, प्रकाश साहू, लीलाधर देवांगन अर्जुन सोनकर, राधे साहू, ईश्वर, छबीलाल, ख़ूबलाल, राजकुमार, यशवंत साहू, दानू साहू, हसीना बेगम, बिहारी , चूनेश्वरी, सोनबति, चंद्रिका, लीला बाई, मोरध्वज देवांगन आदि कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित थे।
देवेन्द्र डोंगर गांव की रिपोर्ट—-