मोदी सरकार का टूटा अभिमान जीत गया मेरे देश का किसान- दयालु वर्मा

मंत्री सांसद भाजपा नेता किसानों से माफी मांगे खालिस्तानी कहने पर-दयालु वर्मा
राजनांदगांव. देश में किसानों के ऊपर शोषण करने के लिए उद्योगपतियों के दबाव में आकर मोदी सरकार ने तीन काले कानून लेकर आया और उस काले कानून के विरोध में किसान साथियों ने लगातार सिंधु बॉर्डर और देश के अन्य हिस्सों पर आंदोलन किया सरकार की लगातार बैठक किसानों के साथ मीटिंग दर मीटिंग होती रही सरकार के तरफ से एक ही शर्त रहता था कानून वापस नहीं होगा किसान साथी लोग भी अड़े हुए थे लगातार टकराव होता रहा और मोदी सरकार के मंत्री सांसद किसानों को खालिस्तानी तक कहने से बाज नहीं आए लगातार आंदोलन और मजबूत होता रहा और लगभग हमारे 800 से अधिक किसान साथियों के सहादत लेने के बाद यह मोदी सरकार ने लगभग 1 वर्ष पूर्ण होने वाला है तब जाकर मोदी ने आज तीनों कृषि काले कानून को वापस लेने का घोषणा किया
क्या मोदी सरकार को हम किसानों की खूनी सरकार नहीं कहेंगे जो इतने सारे किसानों के बलिदान होने के बाद इस काले कानून को वापस ले रहा है साथियों मैं तो यह कहूंगा यह तीनों कृषि कानून सिर्फ किसानों के खून करने के लिए ही बनाया गया था जिस तरह से पहले कोरोना काल में चोर दरवाजे से कृषि कानून पर अध्यादेश लाकर किसानों के साथ अन्याय करने का काम किया तो वही दूसरे करोना काल के दौरान खाद के भाव में भारी इजाफा करते हुए किसानों को भारी प्रताड़ित करने का काम मोदी सरकार ने किया है वह देश को कदाचित पसंद नहीं आया और उन्हें विभिन्न राज्यों में चुनाव पर भारी नुकसान उठाना पड़ा था इसीलिए मोदी ने यूपी चुनाव आते-आते इस काले कानून को वापस लेकर चुनावी गणित खेलने का प्रयास किया है
जिस प्रकार इनके मंत्री सांसद गण भी किसानों को खालिस्तानी बोला करते हैं मैं उन मंत्री और सांसदों को बताना चाहता हूं जिस मुंह से वह किसानों को अपमानित करते हैं उस मुंह से जो आवाज निकलती है वह आवाज किसानों के दी हुई ताकत के कारण आवाज निकलती है क्योंकि आप जिस रोटी को खा कर ताकत लगाकर आवाज निकालते हैं वह रोटी किसानों ने ही उपजाए है और उन्हीं किसानों का अपमान करना आप जैसे माननीय लोगों को कदाचित शोभा नहीं देता जितने भी मंत्री और सांसदों ने किसानों को खालिस्तानी कहा है वह सभी किसानों से माफी मांगे तभी पूर्ण रूप से यह काला कानून वापस कहलाएगा.
दयालु राम वर्मा
उपाध्यक्ष जिला किसान कांग्रेस
राजनांदगांव खैरागढ़