शीघ्र ही बनेगा सरई पतेरा ठाड़ पानी वाटरफाल का मार्ग

राजनांदगांव. बुधवार 22 सिंतबर को जनपद पंचायत के छुईखदान के मनरेगा कार्यक्रम अधिकारी सिद्धार्थ ने वाटर फाल ठाड़पानी सड़क का निरीक्षण किये साथ में मनरेगा इंजीनियर मनोज साहु भी थे। सरई पतेरा के ग्रामीण ओमलाल साहू ,मनीराम पंच उपस्थित रहे पर्यटकों के लिये वाटरफाल ठाड़पानी आकर्षण का केंद्र है।जहा पर प्रतिदिन पर्यटकगण आते जाते रहते है। जहां पर रोड नहीं होने से भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।ठाड़पानी सरईपतेरा वाटर फाल झरने को सभी विभाग के कर्मचारी अधिकारी प्रायः देखने आते रहे है मनोरम दृश्य का लुत्फ उठाते हैं आनन्द लेते है पिकनिक वगैरह मनाते है व इसके विकास की बात बोलकर चले जाते है लेकिन जो विकास होना चाहिये आज तक नहीं हो पाया है।जिससे पर्यटकों की सुध लेने छुईखदान से मनरेगा के अधिकारी सिद्धार्थ साहब इंजीनियर मनोज साहु के आने से मिट्टी का रोड बनने की बात कही है ।कही मिट्टी मुरुम की रोड भी बन जाती है तो फोर विलर दुपहिया वाहन के लिये सरल और सुगम मार्ग बन जायेगा।जो ठाड़ पानी वाटर फाल के पर्यटकों के लिये सरल व सुगम होगा व इस वाटरफाल मे चार चांद लग जायेगा ।वनाचंल साल्हेवारा क्षेत्र में पर्यटन को सरकार बढावा नही दे रही है जो कि इस वनांचल का सौंदर्य व धरोहर है जो सैकड़ो हजारों लोंगो के लिये रोजगार के साधन दे सकती है।इस वनांचल क्षेत्र के यदि सभी प्राकृतिक स्थलों का रोड व अन्य विकास हो जाता है तो इस क्षेत्र के लोगो का रोजी रोटी हेतु पलायन काफी हद तक थम जायेगा। बैतालरानी घाटी,कोपरो का धाँस कुंआ ,कंशेला पर्वत पर मां दुर्गा काली भोलेनाथ का मंदिर पर्यटकों को पूरा दिनभर के लिये आंनदित एवं प्रफुल्लित किये रहता है यह स्थल अपनी खुब सुरत वादियों से मन मोह लेने में सक्षम है
इन दोनों अधिकारियों के आने से विश्वास व उम्मीद जागी है कि सरकार का ध्यान वनांचल के वाटरफाल झरने की ओर आकर्षित हुवा है जिस दिन वनांचल क्षेत्र के इन सभी चारों स्थान पर्यटन स्थल बनने में तब्दील हो जायेगा वनाचंल का कायाकल्प हो जायेगा।व इस क्षेत्र में पर्यटकों की चहलकदमी बढ़ जाएगी व नए व्यवसाय के साथ साथ पुराने व्यापारियों का रोजगार व्यापार भी बढ़ जाएगा व नए नए कॉटेज होटल रेस्टोरेंट भी बनेंगे क्योंकि कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान का रास्ता भी यही से होकर जाता है




