मोदी सरकार की किसान विरोधी नीति के चलते खाद संकट – नवाज खान

# जुलाई अंत में बीज संकट की बात भाजपा की हास्यास्पद अज्ञानता का परिचायक

# वर्मी कंपोस्ट के विरोध से भाजपा का गोधन व गौपालक विरोधी चेहरा उजागर

राजनांदगांव. जिला सहकारी केंद्रीय बैंक राजनांदगांव के अध्यक्ष नवाज भाई ने पत्रकारवार्ता लेकर भाजपा के खाद बीज संकट के नाम पर किए जा रहे किसान विहीन धरना रूपी नौटंकी को घड़ियाली आंसू करार देते हुए सिरे से खारिज कर कहा कि मोदी सरकार की किसान विरोधी नीति के कारण छ ग में खाद संकट है। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के अध्यक्ष नवाज भाई ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के नेतृत्व वाली छत्तीसगढ़ सरकार की किसान हितैषी निर्णय भाजपा को रास नहीं आ रही है और वह निरंतर छग सरकार के साथ पक्षपात कर राज्य अन्नदाता किसानों के साथ निरंतर अन्याय करने पर तुले हुए हैं राज्य सरकार द्वारा समय के पूर्व ही 12 लाख मीट्रिक टन खाद की मांग केंद्र सरकार से करने के बाद मात्र 45% खाद सप्लाई कर छत्तीसगढ़ के किसानों की खेती को बोनी सहित फसल को प्रभावित करने की साजिश है पूरे देश में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के नेतृत्व वाली छग की सरकार ही पहली ऐसी सरकार है जो किसानों के साथ न्याय कर रही है गत वर्ष राजनांदगांव और कवर्धा जिला मिलाकर 130086.4 मीट्रिक टन खाद का भंडारण किया गया था जो इस वर्ष मात्र 79625.6 मीट्रिक टन ही आज तक हो पाया है और इस तरह दोनों जिले मिलाकर 35922.2 मीट्रिक टन खाद की कमी बनी हुई है भाजपाइयों का धरना प्रदर्शन छग सरकार के विरुद्ध ना होकर केंद्र सरकार के विरुद्ध होना चाहिए क्योंकि पहले भी भाजपा का किसानों के प्रति दोहरा चरित्र लगातार उजागर होता रहा है 15 साल भाजपा सरकार ने ना तो किसानों को 21सौ धान का समर्थन मूल्य दिया और ना ही बोनस दिया और आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी किसानों को ₹25 सौ धान का समर्थन मूल्य दे रहे हैं तो भाजपाइयों के पेट में पीड़ा हो रही है भाजपाई केंद्र में बैठे मोदी सरकार की असफलता को छुपाने के लिए अपने आकाओं के इशारे पर धरना प्रदर्शन की नौटंकी कर रहे हैं उन बेबस कठपुतलीयो को तो1 इस बात की भी जानकारी नहीं है की फसल बोवाई का समय खत्म हो गया है बोवाई के समय ही बीज की आवश्यकता पड़ती है लेकिन भाजपा ने धरना प्रदर्शन में बीज संकट बताकर अपने प्रदर्शन को जहां कटघरे में खड़ा कर दिया है वही अपनी स्थिति हास्यास्पद भी कर ली है केंद्र में बैठी मोदी की सरकार छत्तीसगढ़ को मांग की 45% खाद ही उपलब्ध कराई है वही उत्तर प्रदेश को 90 और मध्य प्रदेश को 86% खाद मांग से अधिक उपलब्ध कराकर छत्तीसगढ़ सरकार के साथ अपने भेदभाव पूर्ण नीति को भी उजागर किया है भाजपा के किसान विरोधी चेहरा आज पूरा देश देख रहा है तीन काले कृषि कानून को लागू कर अपने पूंजीपति मित्रों को लाभ पहुंचाने के अड़ियल रवैया में केंद्र सरकार पड़ी हुई है उनको किसानों की हितों की चिंता नहीं है स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिश जुमला ही रहकर वर्ष 2022 तक किसानों का आय दोगुना करने की बात करने वाली मोदी सरकार पेट्रोल, डीजल ,कीटनाशक के दाम बढ़ाकर कृषि लागत बढ़ाने का भी काम कर किसानों को एक और मार दी है मात्र किसानों से धोखाधड़ी करना भाजपा की नीति और नियति बन गई है आज जब किसानों को खाद की आवश्यकता है ऐसे समय में छत्तीसगढ़ सरकार को खाद की पर्याप्त मात्रा में सप्लाई ना करना किसानों के साथ अन्याय है पूर्ववर्ती भाजपा शासन में किसान आत्महत्या करने पर मजबूर होते थे और कृषि से किसान दूर हो रहे थे आज छत्तीसगढ़ में धान की बंपर पैदावार राज्य के किसानों की खेती के प्रति रुचि को उजागर करता है जो राज्य के किसानों की खुशहाली का प्रमाण है वर्मी कंपोस्ट खाद का विरोध कर भाजपा ने पारंपरिक खाद और गाय के पवित्र गोबर के साथ-साथ गौपालको को होने वाले लाभ का भी विरोध किया है जिससे यह साफ होता है कि भाजपा ना तो किसानों और ना ही गौपालकों के हितैषी है।प्रेसवार्ता में राजगामी संपदा के सदस्य रमेश खंडेलवाल व जिला कांग्रेस के प्रवक्ता रूपेश दुबे उपस्थित थे।

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मिल्खा सिंह ज्ञानी

एडिटर-इंडिया007न्यूज मो.+91 98279 34086

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