ईंट भट्ठा ठेकेदार का आतंक, हरे वृक्षों की कटाई जोरो पर


सरायपाली शहर मुख्यालय से लगभग 5 किलोमीटर दूर ग्राम केंदुढार में स्थित एक ईंट भट्टा में लक्ष्मी ब्रिक्स को विगत दिनों अवैध उत्खनन एवं परिवहन का हवाला देते हुए शासन के आदेश अनुसार खनिज विभाग द्वारा किया गया था। सील करने के बावजूद इसके संचालक द्वारा पीछे की ओर से एक वैकल्पिक मार्ग बनाकर ईंटो का परिवहन करना लगातार जारी रखा। केंदुढार के ग्रामीणों की शिकायत शिकायत है कि उक्त वैकल्पिक मार्ग को बनाने के लिए संचालक ने कई पेड़ों की बलि दे दी।

शासन प्रशासन ने नाक के नीचे ही इस प्रकार का अवैध कार्य होने के बावजूद किसी के द्वारा संज्ञान नहीं लिया जाना कई तरह के प्रश्न खड़े कर रहा है। ग्राम केंदुढार में स्थित एक ईंट भट्ठा मेसर्स लक्ष्मी ब्रिक्स को लगातार अवैध उत्खनन, अवैध परिवहन किये जाने एवं छत्तीसगढ़ खनिज विभाग के नियम व शर्तों का उल्लंघन किये जाने का हवाला देते हुए लगभग माहभर पूर्व खनिज अधिनियम की धारा 15 के तहत सील किया गया था। लेकिन, सील होने के बावजूद भी संचालक मुरली चंद्र द्वारा पीछे की ओर से चोरी का एक रास्ता बनाया गया, जो धाम भूमि है। इसमें केंदुढार के ग्रामीणों द्वारा बेशकीमती पेड़ जैसे केंदु, चार, आम, निम आदि लगाए गए थे, जिसे लक्ष्मी ब्रिक्स के संचालक द्वारा जेसीबी मशीन से काट दिया गया है। लगभग माह भर पूर्व सील होने के बावजूद अभी भी वहां से ईंटो का निकलना लगातार जारी है। शहर मुख्यालय से इतना पैसा होने के बावजूद भी शासन-प्रशासन के अधिकारियों की नज़र इस पर न पड़ना, कई तरह के संदेहों को जन्म देता है। वहीं सील होने के बावजूद वहां से चोरी का एक रास्ता बनाकर अपने कार्य को अंजाम दे रहे है।
चिराग की चिंगारी
बजरंग लाल सैन