परिवाहन विभाग में अवैध उगाही जोरो से

छत्तीसगढ़ वर्षों से परिवाहन विभाग जांच चौकियों (बैरियल), उड़न दस्ताओं में हो रहे अवैध वसूली की न जाने कितने शिकायत कांग्रेस कार्यकाल में किया गया था। जिस पर कांग्रेसियों के द्वारा इस कुबेर के भंडार अवैध वसूली के अड्डों को बंद नहीं कराया गया था। क्योंकि इस अवैध वसूली के अड्डों के कारण ही ये कांग्रेसी जिंदा रहते है। देश मे चल रहे इस अवैध वसूली की शिकायत की जानकारी श्री नरेंद मोदी सरकार को जब लगातार लोगों ने, ट्रांसपोर्टरो ने, छोटे पत्रकारों ने अपनी आवाज श्री नरेंद्र मोदी सरकार के परिवाहन मंत्री श्री नीतीश गडकरी तक पहुँचाई। क्योंकि नामी ग्रामी पत्रकार तो केवल लिफाफा के कारण इनका विरोध नहीं कर सकते। शिकायतों को देखते हुए केंद्रीय परिवाहन मंत्री गडकरी जी ने 4 जुलाई 2017 को पूरे देश से परिवाहन विभाग के चौकियों (बैरियल), उड़न दस्ताओं को बंद करने का आदेश दिया। जिस पर पूरे देश के ट्रांस्पोर्टरों ने श्री मोदी सरकार का आभार माना था। अब पुनः छत्तीसगढ़ में जबसे कांग्रेस शासन आयी है, तबसे इस अवैध वसूली से अड्डों को खोलने के लिए आतुर थे। जिस ख्वाब को पूरा करते हुए कांग्रेस के भूपेश सरकार के मंत्री श्री मोहम्मद अखबर ने केंद्र के आदेशों की अवेलहना करते हुए छत्तीसगढ़ में एकाएक 7 जुलाई से फिर से इन अवैध वसूली के अड्डों को प्रारंभ कर दिया है। क्योंकि जिस प्रकार से पानी के बिना मछली तड़पती है, उसी प्रकार से ये कांग्रेसी इन अवैध वसूली के अड्डा न रहने कारण तड़पते है छत्तीसगढ़ में जबसे ये अवैध वसूली के अड्डे प्रारंभ हुए है तबसे इन ट्रांस्पोर्टरों के मन मे कांग्रेस के भूपेश सरकार के प्रति रोष है। छत्तीसगढ़ में 16 जांच चौकी प्रारंभ हुई है, जहां ट्रकों से अवैध वसूली बड़े जोरो से की जा रही है। यदि किसी को विश्वास न हो तो महासमुंद जिला के बागबाहरा और सरायपाली के खमारपाली परिवाहन जांच चौकी में पदस्त परिवाहन अधिकारी अनुपम पटेल के द्वारा किस प्रकार से खुले आम बिना किसी डर, भय के जबरन 300, 500, 1500 रुपए की अवैध वसूली ट्रक वालो से की जा रही है। जिस अवैध वसूली की जानकारी आकर देख सकते है। यदि कोई छोटा अखबार का पत्रकार इस अवैध वसूली के जानकारी लेना चाहता है तो अनुपम पटेल जैसे अधिकारी भड़क कर भाग जाते है। यदि इस बातों में सत्यता नहीं है तो परिवाहन अधिकारी तक्काल कार्यालय के महत्वपूर्ण स्थानों पर सीसीटीवी कैमरा लगाने की व्यवस्था करें। क्योंकि इस विभाग को रोजाना अवैध वसूली के पैसों के साथ ही राजस्व के नाम से लाखों-लाखों रोजाना प्राप्त होते है। लेकिन इस प्रकार के भ्रष्ट, गैर, जुमेदार अधिकारी अपने आप को कतेहि सीसीटीवी कैमरा के साथ नहीं आ सकते है। कुछ लोगों ने बताया कि इस अवैध वसूली का एक मोटा रकम भूपेश सरकार तक जाता है। कुछ स्थानीय छूट भइये, नेता, नामी ग्रामी पत्रकारो तक और कुछ इस प्रकार के भ्रष्ट अधिकारी आपस मे बाट लेते है। केंद्रीय सर्तगता विभाग के अधिकारियों को चहिए की अनुपम पटेल जैसे अधिकारियों पर अपनी नज़र रखे। जो अवैध वसूली करते हुए काला धन अपने पास जमा कर रहे है। इनकी संपति कल क्या थी और अब क्या है।
चिराग की चिंगारी बजरंग लाल सेन…