राष्ट्रीय सेवा योजना स्वयंसेवक का अनूठा पहल स्थापित किया NSS का पुस्तकालय

देवेन्द्र कुमार की रिपोर्ट**
ग्रीष्म काल के दौरान सभी स्कूलों में छुट्टियां घोषित कर दी जाती है और बच्चे भीषण गर्मी के दौर में भी घूम घूमकर खेलते रहते है । पढ़ाई से भी कहीं न कहीं दूरी बना लेते है। यदि हम ग्रामीण क्षेत्रों की बात करें तो एक तरफ ग्रामीण इलाकों में किसानी का कार्य चल रहा होता है और दूसरी तरफ स्कूल बंद होने से बच्चों का देखभाल करना एक कठिन विषय बन जाता है।ऐसे में अनेकों घटनाएं भी सामने आती है जिससे बच्चों के असुरक्षा का खतरा बना रहा है।
इस स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए राष्ट्रीय सेवा योजना स्वयंसेवक एकलव्य कुमार ने एक अनूठा पहल किया NSS का पुस्तकालय स्थापित कर । इसमें बच्चों को पाठ्य पुस्तकीय शिक्षा प्रदान न करके उन्हे गीत,कहानी, कविता जैसे मनोरंजक विषयों के माध्यम से शिक्षा प्रदान करने का प्रयास किया जाएगा । इससे जो बच्चे स्कूल बंद होने तथा मां– बाप की निगरानी के अभाव में भीषण गर्मी में अन्यत्र घूम रहे होते है वे इस पुस्तकालय में आकर अपने पसंदीदा गीत, कविता, कहानी पढ़ेंगे और सीखने का प्रयास करेंगे।
इस NSS का पुस्तकालय में बच्चे अपनी पसंदीदा गीत, कविता कहानी तो पढ़ेंगे ही साथ ही साथ उन बच्चों के अंदर निहित कौशलों को निखारने के राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक एकलव्य कुमार , उमाकांत पटेल, ठमेंद्र कुमार, कुमुद साहू, कुलेश्वर यादव, चंदन कुमार साहू, डीलेश्वर साहू प्रत्येक सप्ताह विभिन्न विषयों पर प्रतियोगिता भी आयोजित करेंगे ताकि उन बच्चों में निहित कौशल को ज्ञात कर उन्हे एक समुचित दिशा प्रदान किया जा सके।
NSS का पुस्तकालय के उद्घाटन समारोह में राष्ट्रीय सेवा योजना के जिला संगठक डॉ एस.के. पटेल शासकीय डॉ. बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर महाविद्यालय डोंगरगांव के राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी प्रो. के. आर. ठाकुर, ग्राम पंचायत आरी के सरपंच श्री गिरधारी लाल पटेल, रासेयो के वरिष्ठ स्वयम सेवक अमित नांदेश्वर् के साथ ग्राम के सम्मानित नागरिक खोरबाहरा पटेल ,मोहन निषाद, द्वारिका यादव, गोपाल पटेल, चरण निषाद, बिहान समूह की सक्रिय महिला डूमेश्वरी पटेल सोनम निषाद , आंगनबाड़ी सक्रिय कार्यकर्ता आमीन साहू तथा रासेयो स्वयंसेवक एकलव्य कुमार , उमाकांत पटेल, ठमेंद्र कुमार, कुमुद साहू , एवं कुलेश्वर यादव, चंदन साहू, डीलेश्वर सही के ग्राम के नागरिक उपस्थित रहे।




