थाना महासमुंद में गंभीर मामलों मे भी नही होती सुनवाई

महासमुंद नगर के वार्ड क्रमांक 29के निवासी प्रेमकुमार साहू ने दिनाँक 11.04.2022 को अपनी पुत्री कु काजल साहू 13 वर्ष की को उसकी सहेली तथा अन्य के द्वारा बहला फुसलाकर अपने साथ ले गए पुत्री के नही मिलने पर पिता के द्वारा थाना महासमुंद में लगातार पुत्री को खोजने एवम कार्यवाही के लिए आवेदन प्रस्तुत किया पर किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं हुई पश्चात पिता के द्वारा ही खोजबीन शुरू किया गया तो कुछ सुराग मिलने पर पुत्री की सहेली पीहू निषाद से पूछ परख करने पर उसके द्वारा पुत्री को गुडरूपारा में होना बताया गया जिस पुलिस को साथ ले जाकर पुत्री को बरामद किया गया और दो लड़कियों को थाना लाया गया कु काजल अभी भी बेहोसी व नशे की हालत में है उसके बावजूद थाना प्रभारी शेर सिंह के द्वारा उक्त लड़कियों के विरुद्ध कार्यवाही नहीं किया गया और पुत्री मिल गई है अब तुमको क्या करना है कहा गया और किसी भी प्रकार से कार्यवाही नहीं किया गया। आज दिनाक को पिता ने अपनी नाबालिक लड़की के साथ कोई अनैतिक कार्य होने का अंदेशा जताया और लिखित में चिकित्सकीय परीक्षण कराने का मांग किया परंतु उसमें भी गंभीर लापरवाही बरतते हुए बालकों के लैंगिक संरक्षण के कानून का मखौल उड़ाया गया है। पीड़ित पिता के अनुसार नाबालिक पुत्री काफी भयभीत हैं और बेसुध है जिसका चिकित्सकीय परीक्षण करवाना चाहते हैं परंतु थाना महासमुंद में नाबालिक लड़की के साथ घटित घटना में कार्यवाही नहीं किया जाना पुलिस की कार्यप्रणाली का जीवंत उदाहरण है।
देवेन्द्र कुमार की रिपोर्ट—–