एनआरडीए ने श्याम चावला कंपनी की 16 एकड़ अवैध प्लाटिंग के निर्माण गिराए

अवैध प्लाटिंग का गढ़ बना टेमरी, खेत काटकर बेचे, कैफे, होटल भी खुले, सब पर चला बुलडोजर
रायपुर वीआईपी रोड से एयरपोर्ट तक तथा नवापारा रायपुर में प्राइम लोकेशन वाले कई इलाके फिसले तीन-चार साल से अवैध प्लाटिंग का गढ़ बन गए हैं। प्रशासन और एनआरडीए में रविवार को टेमरी और आसपास अवैध प्लाटिंग तथा अवैध निर्माण हटाए थे। इस दौरान अफसरों को चौंकाने वाली जानकारी यह मिली कि भूमाफिया का गढ़ बने देवरी गांव में कई प्रभावशाली लोगों ने भीतरी इलाके के 50 एकड़ खेत खरीदकर उन्हें बाउंड्री से घेरकर कई गुना रेत पर फार्म हाउस बनाने के लिए 20 20 हजार वर्ग फीट के टुकड़े बेच डाले हैं। ऐसा आधा दर्जन मामले जांच में लिए गए हैं, लेकिन सोमवार को ही शाम चावला कंपनी की 16 एकड़ अवैध प्लाटिंग की बाउंड्री तथा अन्य निर्माण को बुलडोजर से धराशायी कर दिया गया। यही नहीं, तोड़फोड़ दस्ते ने दिन भर में कुल 9 जगह तोड़फोड़ की, जिसमें न्यू मामा कैफे और मैगी कैफे जैसे रेस्टोरेंट होटल शामिल है।
वीआईपी रोड पर टेमरी में सर्वाधिक कथा फूंडहर फुलहर और बनरसी में खेती की जमीन को डायवर्ट करवाएं बिना बेचने का खेल कुछ साल से चल रहा है, क्योंकि यहां डायवर्सन नहीं हो सकता। यही नहीं, कई जगह कब्जा कर होटल रेस्टोरेंट भी खोल दिए गए हैं। प्रशासन ने अब ऐसे सभी लोगों की लिस्ट तैयार करवा ली है और इसमें नाम लगातार जुड़ रहे हैं। इसी आधार पर कार्यवाही की जा रही है। इसी कड़ी में सोमवार को प्रशासन और एनआरडीए की संयुक्त टीम ने वीआईपी रोड से लगे टेंबी और वनरसी गांव में हुए अवैध कब्जों को तोड़ा है। वीआईपी रोड से लगे तो कैफे बुलडोजर से गिरा दिए गए हैं। एसडीएम रायपुर ने बताया कि न्यू मामा कैजी के लिए मालिक मनीष सिंह ने बिना नक्शा पास कराए रेस्टोरेंट बना दिया था। इसी तरह मिस्टर मेगी द कैफे के संचालक गायत्री शर्मा और आशीष शर्मा ने 20 डिसमिल जमीन पर नक्शा पास किए बिना कर्मयल गतिविधियां शुरू कर दी थी इसे भी तोड़ दिया गया है।
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चिराग की चिंगारी
बजरंग लाल सैन