*नशा स्वस्थ समाज के लिए घातक – मालेश्वरी शुक्ला*

गुरु घासीदास शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अमसेना ,विकासखंड आरंग ,जिला रायपुर छ.ग. में स्वास्थ्य विभाग,अमसेना द्वारा किशोरावस्था को बेहतर स्वास्थ्य प्रदान करने हेतु कक्षा छठवीं से बारहवीं तक के छात्र छात्राओं को एक छात्र एवं एक छात्रा को बाल सहयोगी प्रतिनिधि के रूप में चयनित कर नशीली पदार्थों के नियंत्रण हेतु ट्रेनिंग दिया गया, जिसमें श्रीमती मल्लेश्वरी शुक्ला एन एम स्वास्थ्य विभाग अमसेना ने 10 वर्ष से 19 वर्ष आयु के छात्र छात्राओं को बाल सहयोगी का महत्व एवं बेहतर स्वास्थ्य और समाज निर्माण विषय पर किशोरावस्था में होने वाले शारीरिक एवं मानसिक विकास हेतु टिप्स दिया गया । शुक्ला ने विद्यार्थियों को जानकारी देते हुए कहा कि किशोरावस्था में लड़के-लड़कियां अच्छे बुरे दोनों कार्यों की ओर आकर्षित होता है ।सही वातावरण मार्गदर्शन एवं पालन पोषण मिले तो बच्चे का जीवन सशक्त हो सकता है लेकिन यही विपरीत मिले तो जीवन चुनौतीपूर्ण एवं असामाजिक हो सकता है जो स्वस्थ समाज के लिये घातक हैं । बच्चे हमारे भविष्य हैं। अस्वस्थ ,गुमराह, संवेदनशील हो तो स्वस्थ समाज व देश की कल्पना नहीं कर सकते। अच्छे स्वास्थ्य के लिए सिगरेट, गुटखा ,तम्बाकू आदि नशीली चीजों के सेवन से होने वाली कैंसर जैसी बीमारी से शारीरिक नुकसान के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
मुख्य मास्टर ट्रेनर पुष्पा साहू ने छात्र-छात्राओं को प्रत्येक कक्षा में बाल सहयोगी छात्र छात्राओं के माध्यम से समय-समय पर कक्षाओं की जानकारी लेकर नशीली पदार्थों को छोड़ने के लिए प्रेरित करने तथा ग्राम पंचायत व शाला विकास समिति के माध्यम से आसपास गुटखा व नशीली पदार्थों के बिक्री पर रोकथाम की बातें कहीं। उत्तरी कुर्रे मितानिन ने नशीली पदार्थ के सेवन से होने वाली दुर्घटनाओं व क्षति से कैसे बचे जा सकता हैं इसकी जानकारी दिया गया। विद्यालयीन छात्र-छात्राओं की प्रशिक्षण में संस्था के प्रभारी प्राचार्य नरसिंह बंजारे मालेश्वरी शुक्ला एन. एम. स्वास्थ्य विभाग अमसेना ,प्रशिक्षिका पुष्पा साहू मास्टर ट्रेनर व मितानिन उतरी कुर्रे भुनेश्वर ध्रुव तथा भोजनाम मनहरे छात्र प्रभारी के अलावा चयनित बाल सहयोगी राज आर्यन, विद्या दीवान, प्राची टंडन, सलमा ढीढी ,सौरभ टंडन, शीतल बर्मन, प्रेरणा बंजारे आदि चयनित छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।