सरपंच सचिव के शिकायत के बाद भी सीईओ का पद पर बने रहना किसी षड्यंत्र की ओर इशारा कर रहा है।

वर्तमान मे सीईओ जयभान सिंह राठौर को पुन:जनपद पंचायत बस्तर में सीईओ के पद पर आसीन किया गया है। जे. पं. नेताओं और आला अधिकारियों की मिलीभगत से बस्तर के सीईओ को पद मिला है। ज्ञात हो कि उनका तबादला 7 माह पूर्व विवाद, विरोध व शिकायत के आधार पर किया गया था. उक्त शिकायत की जांच आज तक लंबित है और कोई समाधान प्राप्त नहीं हुआ है। उक्त सीईओ पिछले कार्यकाल में जनप्रतिनिधियों को ध्यान में नहीं रखते हुए मनमानी कर रहे थे।

न ही कोई सूचना, न ही वह कोई बैठक बुलाने का काम कर रहा था। जप के लिए चौपहिया वाहन (बोलेरो बनाया गया। एसजेपी परिसर में लगे पेड़ काटे गए। जेपीपी भवन के अंदर के कमरे को तोड़ा गया, एक नए कमरे का निर्माण किया गया। इन कार्यों के बारे में जनता को जानकारी नहीं है। उक्त सीईओ सरपंच को परेशान करते थे) सचिवों से पैसे की मांग कर रहे थे, जिस पर जन प्रतिनिधियों, सरपंच सचिव और जेपी के कर्मचारियों ने विरोध कर उच्चाधिकारी से शिकायत की. ज्ञात हो कि 18/11/2021 के दिन गुरुवार को आम सभा की बैठक सीईओ द्वारा तय की गई थी, जिसमें जनप्रतिनिधियों को शामिल नहीं किया गया था. उक्त बैठक का स्वयं ही बैठक का एजेंडा तैयार करना तथा तिथि निश्चित करना जनप्रतिनिधियों का अपमान है। उक्त बैठक का जनप्रतिनिधियों द्वारा बहिष्कार किया गया। उनकी प्रवृत्ति है विवादास्पद और जनता की मनमानी कार्यशैली में बने रहने का अधिकार। हां, वे जहां कहीं भी तैनात थे, विवादास्पद, मनमानी कार्यशैली के कारण स्थानांतरित होने की इस प्रवृत्ति के प्रमाण हैं। ज्ञात हो कि जेपी बस्तर के पूर्व राष्ट्रपति अमिय शहीद स्व. तानसेन्सिप से भी विवाद हुआ था और विवाद इतना बढ़ गया था कि उक्त सीईओ को अपना कमरा छोड़कर भागना पड़ा था। इसके बावजूद बाला अधिकारी और राजनेता अपने स्वार्थ के लिए धृतराष्ट्र बनकर सीईओ को पनाह देते हैं। सीईओ के साथ जेपी, सरपंच, सचिव और कार्यरत कर्मचारियों के बीच आपसी समन्वय के बिना विकास कार्य और सरकारी योजनाओं को लागू करना कैसे संभव है। ज्ञात हो कि विवादास्पद, मनमानी कार्यशैली, भ्रष्ट प्रवृत्ति के सीईओ को राजनेताओं और शीर्ष अधिकारियों का पैसा देना यह साबित करता है कि निष्पक्ष गठजोड़ है।

बस्तर,से पवन कुमार नाग की रिपोर्ट——-

Youtube

मिल्खा सिंह ज्ञानी

एडिटर-इंडिया007न्यूज मो.+91 98279 34086

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button