थूक पर सियासत सरगर्म : मंत्री मोहम्मद अकबर का तंज – ”कोरोना काल में थूक के लिए प्रेरित करना अपराध है…

रायपुर,4 सितंबर 2021. सूबे की सियासत में फ़िलहाल थूक तारी है। भाजपा प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी के बयान जिसमें कि उन्होंने कहा
”हमारे कार्यकर्ता पलट के थूक दें तो बह जाएगी भूपेश सरकार”
इस बयान पर सूबे की सियासत सरगर्म हो गई है। अति उत्साह में या कि उत्साह दिलाने दिया गया डी पुरंदेश्वरी का बयान फ़िलहाल मुसीबत का सबब बहुत पक्के तौर पर बने इसे लेकर कांग्रेस ने पूरी ताक़त से हमला बोल दिया है। राजीव भवन में खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस बयान की तीखी निंदा की और इसे छत्तीसगढ़ी अस्मिता के साथ साथ किसान से लगायत अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग से जोड़ते हुए डी पुरंदेश्वरी के बयान को इन सब वर्गों का अपमान बता दिया।थूक पर सियासत तेज़ी से हो रही है, और क्रमशः बयान आने लगे हैं। वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने तंज भी किया है और इशारा भी कि डी पुरंदेश्वरी के इस बयान पर क़ानूनी शिकंजा भी कस सकता है। मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा
”कोरोना काल में थूकने के लिए प्रेरित करना महामारी एक्ट में दंडनीय अपराध है,कलेक्टर इस पर संज्ञान ले ले या कोई रिपोर्ट लिखा दे तो लेने के देने पड़ जाएँगे”
वहीं मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा
”बस्तर में चिंतन शिविर का निष्कर्ष थूक पर निकला है, यह दुख की बात है”
मंत्री प्रेमसाय ने चिंतन शिविर को लेकर टिप्पणी की –
”जिस वक्त पर चिंतन करना था उस वक्त ये कमीशन की बात कर रहे थे”
बहरहाल सूबे में थूक पर सियासत सरगर्म है, जिस अंदाज में कांग्रेस ने भाजपा प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी के बयान को छत्तीसगढ़ी अस्मिता और जातिगत गोस्वारे से जोड़ा है, इस सवाल के साथ कि भाजपा इस बयान पर चुप हैं और इसलिए वह इस छत्तीसगढ़ अस्मिता के अपमान से सहमत है। भाजपा अब इस गेंद को कैसे खेलती है, यह देखने वाली बात होगी।
रिपोर्ट- नरेन्द्र वर्मा, कबीरधाम