गौवंश बचाने का संदेश
संत दयालपुरी ने किया संबोधन


बम बम भौलै बाबा
🍁🍁🍁🍁🐑🍁🍁🍁🍁
जय गौं माता 🌹 जय गौपाल
जयपुर गाँव- गाँव भ्रमण कर गौंवंश बचाने का संदैश। गौ रक्षक संत दयालपुरी महाराज ने 25 सितंबर से 12 अक्टूबर तक 23 दिनों तक लगातार विभिन्न क्षैत्रौ का दोरा कर गौंवंश की स्थिति को देखा एवं गौंवंश को लम्पी वायरस से बचाने का संदैश दिया। इस दौरान उन्होंने कनाना, कम्मौ का बाङा जानीयाणा श्री चेतन राम जी के सेवा निवृत्त समारोह मे भाग लेकर समदङी, पाली, पालनपुर होते हुए सुरत मे पारीक विकास ट्रस्ट के विशैष अनुरोध पर ट्रस्ट द्वारा गौ हितार्थ नानी बाई को मायरो कथा में भाग लिया। सुरत से राज्य के कैशकला बोर्ड के नवनियुक्त अध्यक्ष श्री महेन्द्र गेहलोत का स्वागत करने जयपुर पहुंचे। जयपुर से टोडा रायसिह, केकङी, मेेङता होते हुए ब्यावर सेन समाज के आमंत्रण पर समाज द्वारा गौं हितार्थ आयोजित राम कथा मे भाग लिया। जंहा उन्होंने ब्यावर के गौं रक्षको को सम्मानित किया एँव हजारो गौं भक्तो को गौं रक्षार्थ की शपथ दिलाई एवं मेङता में कैश कला बोर्ड के नवनियुक्त सदस्य श्री माणक सैन को बधाई देकर उनका स्वागत सत्कार किया और भारत के राष्टीय प्रचारक होने के नाते नाराणी धाम पर 27-28 अक्टूबर को संगठन के स्थापना दिवस समारोह में पधारने का निवेदन किया।

राम राज्याभिषेक के साथ रामकथा संपन्न

ब्यावर श्री मारू सैन मंदिर शाहपुरा मोहल्ला ब्यावर की ओर से आयोजित श्री रामकथा का मंगलवार को समापन किया गया। समापन से पूर्व राम का राज्याभिषेक प्रसंग पर कथा वाचक सत्यगोपाल ने मार्मिक प्रस्तुति दी। कथा के दौरान राम के राज्याभिषेक की आकर्षक झांकी भी सजाई गई।
समापन के दौरान हवन यज्ञ का आयोजन किया गया। जिसमें यजमानों की ओर से वैदिक मंत्रों के साथ आहुतियां भी दी गई। गौरक्षक संत दयालपुरी ने भी मार्मिक उद्बोधन दिया। उन्होंने देश भर के गौवंश की दुर्दशा पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि प्रत्येक इंसान को गौ सेवा के लिए समर्पित होने का संकल्प करना चाहिए। उनका कहना था कि जब तक इस देश में गौवंश की रक्षा नहीं होगी, तब तक देश, धर्म एवं मानव की रक्षा मुश्किल होगी। संतश्री ने कहा कि गौ माता हमारी ही माता नहीं है, वे संपूर्ण जगत की माता है। जिसमें सभी तीर्थो एवं देवी देवताओं का वास है। लेकिन आज हालात यह है कि गाय माता को दर-दर भटकना पड़ रहा है। उस पर अत्याचार किया जा रहा है। जो इस देश के लिए शर्म की बात है। कथा में संत मेघराज एवं गोविंदपुरी ने भी अपने विचार रखे।
सभार🙏🙏
चिराग की चिंगारी
बजरंग लाल सेन