*रायपुर-सरायपाली-बरगढ़ के बीच नवीन रेल कॉरीडोर के लिये रेल मंत्रालय की कवायद शुरू*

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रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने सासंद को पत्र लिखकर दी जानकारी*
👉*महासमुंद* रायपुर से बरगढ़ के बीच नवीन नई रेल लाइन निर्माण हेतु रेल मंत्रालय की ओर से पहल शुरू हो गई हैं। ज्ञातव्य है विगत 3 अगस्त को महासमुंद के सांसद के नेतृत्व में रेल लाईन निर्माण संघर्ष समिति के सदस्यों ने नई दिल्ली स्थित रेल भवन में रेल मंत्री से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा था। जिसके बाद रेल मंत्रालय द्वारा नवीन रेल लाईन निर्माण हेतु जांच के लिये पत्र जारी कर दिया है। बीते 5 सितंबर को रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने सांसद को लिखे पत्र में उक्त जानकारी से अवगत कराया है। किंतु कोरोना काल व राजनैतिक अस्थिरता के चलते रेलमंत्री से मिलना संभव नही हो पा रहा था ।
ज्ञातव्य है कि बीते 3 अगस्त को महासमुंद के सांसद के नेतृत्व में सरायपाली के पूर्व विधायक त्रिलोचन पटेल के साथ रेल निर्माण संघर्ष समिति के सदस्यों ने नई दिल्ली में रेल मंत्री से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा था। जिस पर मंत्री श्री वैष्णव ने ज्ञापन को गंभीरता से लेते हुए पुनः सर्वे कराये जाने की बात कही थी।
उललेखनीय है कि उक्त रेल लाइन निर्माण के लिए क्षेत्र की जनता विगत 1962 से संघर्षरत है। 2012 में सर्वे भी किया गया था। किंतु विभिन्न कारणों से यह योजना अधर में लटक गई थी। रेल सुविधा की गंभीरता व आवश्यकता को देखते हुवे सरायपाली, सोहेला व बरगढ़ के सक्रिय व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने पुनः इसे आगे बढाते हुवे 2 वर्ष पूर्व रायपुर बरगढ़ रेल लाइन निर्माण संघर्ष समिति का गठन कर इस आंदोलन को आगे बढ़ाने का कार्य किया था। इस दौरान विभिन्न बैठकों का आयोजन कर इसे जन आंदोलन का रूप देने का प्रयास भी किया गया। इस नई रेल लाइन निर्माण को महासमुंद के सांसद सहित क्षेत्रीय विधायकगण (सरायपाली), देवेंद्र बहादुर सिंह (बसना), द्वारिकाधीश यादव (खल्लारी), पूर्व विधायक त्रिलोचन पटेल व ओडिसा के देवेश आचार्य (बरगढ़), शुशांत सिंह (भटली दृ सोहेला) व जयनारायण मिश्रा (संबलपुर) के साथ ही अनेक सामाजिक , राजनैतिक संगठनों , बरगढ़ रेल उपभोक्ता संघ व विभिन्न संघ संगठनों द्वारा समिति को अपना लिखित समर्थन पत्र दिया गया। इस तरह लगभग 150 संघो का समर्थन इस समिति को मिल चुका है ।
इस संबंध में सांसद ने रेल लाइन संघर्ष समिति द्वारा किये जा रहे प्रयास की प्रशंसा की थी तथा वे भी इस रेल लाईन निर्माण के लिए लगातार प्रारंभ से ही प्रयासरत है। इस संबंध में उनके द्वारा ज्ञापन भी अश्विनी वैष्णव को विगत दिनों देते हुवे समिति के सदस्यों से मुलाकात किये जाने का समय भी मांगा गया था। जिसे स्वीकार करते हुवे 3 अगस्त को समय दिया गया था। नियत तिथि को उनसे सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में मुलाकात के दौरान सांसद श्री साहू व समिति के सदस्यों ने विस्तार से जानकारी दी नई रेल लाइन हेतु बेलसोन्डा से पटेवा, तुमगांव, झलप, पिथौरा, सांकरा, बसना, सरायपाली, सोहेला होते हुवे बरगढ़ तक सुविधाजनक रेलवे लाइन निर्माण की जानकारी नक्शे के माध्यम से दी गई। रेलमंत्री श्री वैष्णव को बताया गया कि यह नई रेल लाईन निर्माण से रायपुर से हावड़ा व मुम्बई व्हाया बरगढ़ होते हुवे जहां सीधी लाइन जाएगी तो वहीँ बिलासपुर जंक्शन में ट्रैफिक जाम से मुक्ति मिलने के साथ ही 50 किलोमीटर तथा भुवनेश्वर से रायपुर के बीच की दूरी 150 किलोमीटर कम हो जायेगी। इसको गंभीरता से लेते हुवे रेलमंत्री ने दोबारा सर्वे कराए जाने का आश्वासन प्रतिनिधि मंडल को दिया था।
इसके साथ ही बरगढ़ जिला रेल उपभोक्ता संघ के सदस्यों ने जानकारी देते हुवे बताया था कि वर्तमान में संबलपुर से पुरी इंटरसिटी एक्सप्रेस संबलपुर से संचालित है उसे आगे बढ़ाते हुवे बलांगीर से परिचालन किये जाने की मांग की गई । वही वर्तमान में विशाखापत्तनम से अमृतसर ट्रेन जो सप्ताह में 3 दिन भुवनेश्वर होकर संचालित है इसे शेष 4 दिन टिटलागढ़, संबलपुर व बिलासपुर चलाये जाने की मांग की गई थी। कहा गया था कि इस सुविधा से रेल यात्रियों को जहां 227 किलोमीटर की दूरी कम होने की सुविधा प्रान्त होगी तो वही बलांगीर , टिटलागढ़ के यात्रियों को सीधी ट्रेन की सुविधा भी मिल जाएगी । इस मांग पर भी विचार किये जाने का आश्वासन रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा दिया गया था।
सभार M.गुप्ता जी🙏
*चिराग की चिंगारी*
*नौरत्न सैन*