दाना पानी दे ना पाए वो कांग्रेस की भूपेश सरकार निकम्मी है






सरायपाली छ.ग. कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने 9 वें दिन भूपेश सरकार को कुंभकरणी निंद्रा से जगाने के लिए बाइक रैली निकालकर जनता के सामने अपनी मांगों को रखा:- छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के प्रांतीय आह्वान पर समस्त विभाग के अधिकारी कर्मचारी अपने 2 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन आंदोलन में डटे रहे। केंद्र के समान 34 प्रतिशत महंगाई भत्ता देय तिथि से प्रदान करने एवं सातवें वेतनमान के अनुरूप गृहभाड़ा भत्ता प्रदान करने की मांग को लेकर अधिकारी कर्मचारी पूरे प्रदेश के 106 कर्मचारी संगठन आंदोलन में शामिल हैं। राज्य सरकार के निष्क्रियता एवं हठधर्मिता नीति से कर्मचारी अधिकारी आक्रोशित होकर चतुर्थ चरण के तहत 22 अगस्त 2022 से अनिश्चितकालीन आंदोलन के नौवें दिन रजिस्टार आफिस के सामने हड़ताल में डंका बजाते रहे। छ.ग. कर्मचारी अधिकारी के संयोजक चंद्रहास पात्र, अध्यक्ष किशोर कुमार रथ, सचिव नेहरू लाल चौधरी, भोजराज पटेल, कोषाध्यक्ष अनिल पटेल, सह संयोजक भोलानाथ नायक एवं समस्त संगठनों के अध्यक्षों के नेतृत्व में गरजे। विचार मंथन के क्रम में संयोजक कर्म.अधि. फेडरेशन चंद्रहास पात्र ने कहा शासन ने प्रथम दौर में वार्ता करने हमारे प्रांतीय संयोजक कमल वर्मा जी के प्रतिनिधिमंडल को सचिव स्तर की वार्ता के लिए बुलाया गया। जब शासन दमनकारी नीति अपनाने लगता है तो समझ जाइए मांग पूरी होने वाली है। शिक्षक महासंघ देव चौहान ने आड़े हाथ लेते हुए कहा नेता विधानसभा में ताली बजाकर अपना पैसा बढ़ा लिए। सहायक शिक्षक फेडरेशन सुषमा नंद मांग ला पूरा कर दे हमर झन कर गुमान गीत प्रस्तुत किया। अध्यक्ष सहा.शिक्षक फेडरेशन मनोज राय आज सभी कार्यालय बंद है, लेकिन सरकार के कान में जूं तक नहीं रेंग रही है। शिक्षक महासंघ विमला नायक ने कहा मातृशक्ति को मत ललकारो तुम नहीं तो हो जाओगे इस राज्य से गुम। न्यायिक कर्मचारी संघ मनोज पटेल ने भूपेश सरकार हाय- हाय के नारे बुलंद किए। ओमप्रकाश छत्रपति एवं दुर्वादल दीप ने रावत नाचा दोहों के लहजों से भूपेश सरकार को कोसा। संजीत पात्र वेतन काटने के आदेश की जोर शोर से निंदा करते हुए यह संगठन कोई फ्लार नहीं फायर है कहा। पाल सिंह बंजारे जो डीए एचआरए ना दे सके वह हमारे मुखिया नहीं हो सकता। कृषि विभाग अजय चौधरी ने भूपेश सरकार को जमकर प्रहार किया। प्राचार्य ठंडा राम टिकुलिया ने भूपेश काका तोला सद्बुद्धि तबाही नाटिका से बताया। शिक्षक महासंघ लिंग राज देवांगन शासन की भ्रष्ट नीतियों का जोर शोर से निंदा की। पूर्व नियोजित कार्यक्रम अनुसार दोपहर 2:00 बजे धरना स्थल से आंदोलनकारी साथियों का बाइक रैली का हुजूम नगर भ्रमण करते हुए। नगर के अंतिम छोर झिलमिला पहुंची। वापस आकर नगर के हृदय स्थल जय स्तंभ चौक में संयोजक चंद्रहास पात्र ने जोशीला उद्बोधन से सभी नगर वासियों को अपनी 2 सूत्री मांगों के बारे में बताते हुए। भूपेश सरकार की हठधर्मिता, निरंकुशता, भ्रष्टाचारी, कालाबाजारी पर प्रकाश डालते हुए। सहयोग करने की अपील की। बाइक रैली में हजारों की संख्या में अधिकारी कर्मचारी साथी बड़े उत्साह से शामिल हुए। महिला साथियों का भी सहयोग भरपूर रहा। उद्घोषक साथियों द्वारा भूपेश सरकार हाय-हाय, भूपेश तेरी दादागिरी नहीं चलेगी, हम सब एक हैं के नारों से आसमान गूंज उठा ।रैली व्यवस्थित और शांतिपूर्ण ढंग से पुनः धरना स्थल पहुंची। उद्घोषक राजाराम पटेल, मनोज राय, गणेश चौहान, अनिल पटेल, लिंगराज देवांगन, हेमंत चौधरी, ऋषि प्रधान, जयंत बारिक,रुपानंद पटेल की दहाड़ से बादल गरजते रहे। राष्ट्रगान के साथ नौवें दिन का समापन किया गया। इतने दिनों से लगातार अधिकारी और कर्मचारी, शिक्षक हड़ताल में होने के उपरांत भी ये कांग्रेस की गूंगी, बहरी भूपेश सरकार धृतराष्ट्र बनी बैठी है। ऐसे निकम्मी कांग्रेस की भूपेश सरकार जो अपने अधिकारी और कर्मचारियों को दाना पानी दे ना पाए ऐसे सरकार को अब बदलना जरूरी है।
चिराग की चिंगारी
बजरंग लाल सैन