34 प्रतिशत महंगाई भत्ता, ग्रह भाड़ा भत्ता दे ना पाए वो सरकार निकम्मी है, जो सरकार निकम्मी है वो सरकार अब बदलनी है


छ.ग. कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने छठवें दिन भी जोश के साथ राज्य सरकार के विरुद्ध नारे लगाते रहे ===: छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के प्रांतीय आह्वान पर समस्त विभाग के अधिकारी कर्मचारी अपने 2 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन आंदोलन अडिग हैं।
। केंद्र के समान 34 प्रतिशत महंगाई भत्ता देय तिथि से प्रदान करने एवं सातवें वेतनमान के अनुरूप गृहभाड़ा भत्ता प्रदान करने की मांग को लेकर अधिकारी कर्मचारी पूरे प्रदेश के 103 कर्मचारी संगठन आंदोलन में शामिल हैं।राज्य सरकार के निरकुंश एवं दोगले नीति से कर्मचारी अधिकारी आक्रोशित होकर चतुर्थ चरण के तहत 22 अगस्त 2022 से अनिश्चितकालीन आंदोलन के छठवें दिन रजिस्टार आफिस के सामने हड़ताल में डंका बजाया। छ.ग. कर्मचारी अधिकारी के संयोजक चंद्रहास पात्र , अध्यक्ष किशोर कुमार रथ, सचिव नेहरू लाल चौधरी, भोजराज पटेल, कोषाध्यक्ष अनिल पटेल, सह संयोजक भोलानाथ नायक एवं समस्त संगठनों के अध्यक्षों के नेतृत्व में हल्ला बोला। उद्बोधन के क्रम में संयोजक कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन चंद्रहास पात्र ने प्रांत से बनी रणनीतियों पर चर्चा करते हुए। हमें मजबूती के साथ लड़ना होगा कहा। प्रांतीय सचिव संयुक्त शिक्षक संघ रूपानंद पटेल ने भूपेश सरकार पर गोले बरसाते हुए कड़ी निंदा की। अध्यक्ष तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ भोजराज पटेल ने सरकार पर गरजते हुए भूपेश सरकार पर प्रहार किया। अध्यक्ष संयुक्त शिक्षक संघ लव कुमार पटेल ने सरकार की निरंकुशता पर हल्ला बोला। अध्यक्ष संकुल समन्वयक संघ सतीश स्वरूप पटेल ने शासन को कुंभकरणी निद्रा से जगाने का प्रयास किया ।महामंत्री संयुक्त शिक्षक संघ चरण साहू ने सरकार को कोसते हुए आग बरसाए। संभागीय सचिव शिक्षक संघ ओंकार प्रसाद वर्मा ने सभी संगठन को मिलकर चलने और शासन को एकता से झुकाने पर बल दिया। राजकुमार नारंग ने नारों की गूंज से आवाज बुलंद किया: प्रांत अध्यक्ष ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी संघ एनपीआडे नरवा, गरुवा ,घुरुवा ,बारी अब आगे तोर जाए के पारी कहा। इसी बीच भारतीय जनता पार्टी सरायपाली आंदोलन को समर्थन देने पहुंचे। सलाहकार संयुक्त शिक्षक संघ जितेंद्र पटेलसरकार को कोसते हुए भ्रष्ट नीतियों का विरोध किया।

जिला सचिव ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी संघ कवि हृदय राजेश कौशिक तीजा पोरा त्यौहार के दिन ताहफा देने पर काव्य पाठ किया। ममता चौहान ने हम लड़ेंगे जरूर डीए, एचआरए लेकर रहेंगे कविता सुनाया। ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी रायपुर नलिनी चंद्राकर ने नारी शक्ति को आव्हान करते हुए अब हमें दुर्गा ,काली का रूप धारणा करना होगा कहा। डिंगर दास वैष्णव एवं साथियों ने हड़ताल गीत से माहौल को रंगीन कर दिया। तनुजा साव ने सरकार को हम मजबूर नहीं कहा। तेज कुमारी भोई देश पुकारती पर सब में जोश भरा। आशु कवि नानदाऊ पटेल सरकार के खिलाफ अपनी कविता से डंका बजाया। आदिम जाति कल्याण विभाग राजेंद्र नायक ने सरकार अपनी वेतन बढ़ाती है कर्मचारियों को आड़े करती है। उपाध्यक्ष शिक्षक महासंघ अजय आर्य ने कविता के माध्यम से संगठन के कर्मवीरों का गुणगान किया । रमाकांत पात्र ने भूपेश सरकार को अपात्र करार दिया। कार्यक्रम का संचालन सचिव संयुक्त शिक्षक संघ दुर्वादल दीप एवं नारी शक्ति स्वरूपा रेखा पुरोहित ने किया। राष्ट्रगान के साथ छठे दिन का समापन किया गया।
चिराग की चिंगारी
बजरंग लाल सैन