छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में गतकाल प्रदेश के समस्त जनप्रतिनिधि सरपंच अपने 11 सूत्री मांगों को लेकर धरने पर बैठे


छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में गतकाल प्रदेश के समस्त जनप्रतिनिधि सरपंच अपने 11 सूत्री मांगों को लेकर धरने पर बैठ गए बता दे कि उन्होंने कहा कि कुशल नेतृत्व वाली सरकार में सरपंचों ने सरकार के कदम से कदम मिलाकर हर योजनाओं को धरातल से लेकर मूर्त रूप देने तक अहम भूमिका निभाई है ऐसे में हमारी जायज मांगों सरकार तत्काल पूरा करें अन्यथा इसका परिणाम गंभीर भी हो सकता है आज छत्तीसगढ़ के सरपंच समुदाय निम्न समस्याओं से जूझ रहे जिस के निराकरण में ये जायज ममंग अधोलिखित हैं

- सरपंचों का मानदेय राशि 20000/- एवं पंचों का मानदेय राशि 5000/- रूपये की वृद्धि की जाये।
02 . सरपंचों को आजीवन 10000 /- रूपये पेंशन दिया जाये।
03 . 50 लाख राशि तक के सभी कार्य में कार्य एजेंसी पंचायत को ही बनाया जाए।
- सरपंच निधि के रूप में राज्य सरकार के द्वारा प्रत्येक पंचायत को प्रतिवर्ष 10 लाख रूपये दिया जाना चाहिए।
- नक्सलियों द्वारा सरपंच को मारे जाने पर 20 लाख रूपये मुआवजा राशि एवं
परिवार के एक सदस्य को नौकरी दिया जाना चाहिए। - 15वां वित्त आयोग अनुदान राशि केवल उसी ग्राम पंचायत के लिए होना चाहिए।
- 15वां वित्त आयोग के राशि को अन्य योजनाओं के निर्माण कार्य में अभीशरण नहीं किया जाना चाहिए।
- नरेगा सामग्री राशि हर 03 महिने के अंदर में भुगतान होना चाहिए।
09 .नरेगा निर्माण कार्य प्रारम्भ करने के लिए 40 प्रतिशत अग्रिम राशि प्रदान किया जाना चाहिए।
10 छत्तीसगढ़ सरपंचों का कार्यकाल को कोराना महामारी के कारण सरपंचों का कार्यकाल में दो वर्ष की वृद्धि की जाए।
11 प्रधानमंत्री आवास ग्रामीण योजनांतर्गत आवास की राशि को महंगाई दर को देखते हुए 2 लाख रूपये वृद्धि करने की कृपा को जाए।
उक्त संपूर्ण बिन्दुओं में 10 दिवस के भीतर किसी भी प्रकार का निर्णय नही लिया गया और सरपंच संघ छत्तीसगढ़ को कोई लिखित पत्र नहीं दिया गया तो 10 दिवस पश्चात् पुनः सरपंच संघ छत्तीसगढ़ राज्य व्यापी आंदोलन व धरना प्रदर्शन करेगी जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी छत्तीसगढ सरकार की होगी। बता दें कि सरपंचों ने अपनी मांगों को धरना मंच के माध्यम से रैली करते हुए भूपेश सरकार को खुली चुनौती दे डाली सरपंच संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि यदि भूपेश सरकार हमारी मांगों को 10 दिनों के भीतर नहीं मानती या इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देती तो ऐसी अवस्था में हमारा हड़ताल अनिश्चितकालीन होगा तथा सरकार को अगले विधानसभा चुनाव में बता देंगे की सरपंचों की भूमिका चुनाव में कितनी अहम होती है
धन्यवाद!
“जय हिन्द, जय भारत, जय छत्तीसगढ़”
आदित्य उपाध्याय
प्रदेश अध्यक्ष
सरपंच संघ छत्तीसगढ़ राज्य
🇮🇳शेख मुश्ताक की रिपोर्ट🇮🇳