छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी महासंघ का हड़ताल स्थगित


उत्तम देवांगन डोंगरगांव की रिपोर्ट
डोंगरगांव: छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी महासंघ की दिनांक 04 अप्रैल, 2022 से प्रारंभ हुई
अनिश्चित कालीन हड़ताल जो अनवरत 66 दिनों से चली आ रही एवं 400 कि.मी. की पदयात्रा
( दन्तेवाड़ा से रायपुर ) को संज्ञान में लेते हुए छत्तीसगढ़ राज्य के संवेदनशील मुख्यमंत्री माननीय
श्री भूपेश बघेल जी द्वारा संवेदनशीलता दिखाते हुए दिनांक 07 जून, 2022 को माननीय कैबिनेट
मंत्री कवासी लखमा जी के माध्यम से पहल करते हुए महासंघ के पदाधिकारियों से हमारी दो
सूत्रीय मांगों एवं बर्खास्त किए गए 21 सहायक परियोजना अधिकारी (संविदा) की बहाली
सहित हड़ताल संबंधित अन्य विषयों पर विस्तृत चर्चा में सहमति उपरांत आज दिनांक 08 जून,
2022 दिन बुधवार को धरना स्थल – बूढ़ा तालाव, रायपुर में उपस्थित होकर समस्त मनरेगा
कर्मचारियों के समक्ष सरकार की तरफ से निम्न बिन्दु पर आश्वस्त किया गया
- मांगो की पूर्ति हेतु गठित राज्य स्तरीय समिति द्वारा आगामी 03 माह के भीतर प्रक्रिया
पूर्ण कर हमारे दो सूत्रीय मांगों पर सकारात्मक निर्णय लेते हुए कार्यवाही की
जावेगी। - राज्य मनरेगा आयुक्त कार्यालय द्वारा दिनांक 02.06.2022 को समाप्त किए 21
सहायक परियोजना अधिकारी (संविदा) की सेवा बहाली तत्काल की जावेगी।
बहाली उपरांत ही मनरेगा के 12731 कर्मियों द्वारा सेवा में उपस्थिति दी जायेगी। - संचालित अनिश्चितकालीन हड़ताल अवधि को शून्य करते हुए हड़ताल अवधि का
वेतन समस्त कर्मचारियों को दिया जावेगा। - यह सुनिश्चित किया जायेगा कि भविष्य में हड़ताल को आधार मानते हुए या
किसी भी मनरेगा कर्मचारी के ऊपर प्रशासनिक द्वेष से कोई कार्यवाही ना की
जावेगी।
उपरोक्त बिन्दुओं पर मनरेगा महासंघ द्वारा सहमति एवं मध्यस्था कर रहे
माननीय कवासी लखमा जी, कैबिनेट मंत्री (प्रतिनिधि माननीय मुख्यमंत्री ) द्वारा आश्वासन पर
हड़ताल को आगामी आदेश तक स्थगित किया जाता है। समय-सीमा में कार्यवाही नहीं होने के
दशा में या माननीय मुख्यमंत्री महोदय जी के प्रतिनिधि द्वारा मांगों के संबंध में रूचि नहीं लेने की
स्थिति में महासंघ द्वारा पुनः अनिश्चितकालीन हड़ताल का आह्वान मांग पूर्ति होने तक किया
जायेगा। जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन की होगी।