कांग्रेस की दोगली भूपेश सरकार ने खुलवाया दारू भट्टी क्यों?


सरायपाली आखिर हनुमान मंदिर और स्कूल से लगी हुई पूर्व के शासकीय आबकारी पुराने मकान में शराब दुकान खुलवाकर कांग्रेस की भूपेश सरकार ने यह तो सिद्ध कर दिया कि कांग्रेस हिंदू विरोधी सरकार है। पूर्व में इस शराब दुकान को बंद करवाने के लिए वार्ड पार्षद गंगाराम पटेल, मुख्य नगरपालिका अधिकारी एवं नगराध्यक्ष के साथ ही तमाम नगर हित मे कार्य करने वाले नेताओं ने इस शराब भट्टी खुलने का विरोध कर रहे थे। लेकिन प्रभावशाली व्यक्ति होने के करण इनके सामने यह सब लोग बौने नज़र आ रहे है। जिस कारण ही हनुमान मंदिर और स्कूल के पास शराब भट्टी खुल रही है। क्या इस प्रकार स्कूल और हनुमान मंदिर के सामने शराब भट्टी खुलने का अनुमति देने वाले नगरपालिका, आबकारी विभाग और जिला कलेक्टर महासमुंद को यह जानकारी नहीं है कि जिस स्थान पर शराब दुकान खोली जा रही है। उससे लगा हुआ बच्चों का स्कूल है और सामने में हनुमान मंदिर है जो हिन्दू धर्म की आस्था व शिक्षा का मंदिर होने के उपरांत भी शराब भट्टी ऐसे सक्षम अधिकारियों के द्वारा बिना किसी जांच के खुलवाना अनेक संदेह को जन्म दे रहा है।

कहीं ये शराब भट्टी पैसे के दम पर एवं अपने राजनैतिक प्रभाव के चलते जबरन तो खुलवाया जा रहा है, जबकि जिस स्थान पर शराब दुकान खोला जा रहा है वह राजस्व अभिलेखों में शासकीय भूमि के नाम पर दर्ज है। उसके बावजूद कलेक्टर महासमुंद के द्वारा किस कांग्रेसी के दवाव में आकर ऐसे शासकीय भूमि में बिना जांच के क्यों खुलवाया गया हैं। अगर समय रहते इस शराब भट्टी को यहाँ से नहीं हटाया जाता है तो इस शराब भट्टी को हटाने के लिए जल्द ही एक आंदोलन नगर में कर सकते है। क्योंकि इस शराब भट्टी के खुलने से जहाँ बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होगी वहीं हिन्दू धर्म की आस्था को ठेस पहुंच रही है।

शासन प्रशासन से निवेदन है कि ये वही लोगों के द्वारा शराब भट्टी खुलवाया जा रहा है, जो कांग्रेस की सत्त्ता में कांग्रेसी बन जाते है और भाजपा की सत्ता पर भाजपाई बन जाते है। लोग इन्हें बीने पेंदी के लोटा के नाम से जानते है।
चिराग की चिंगारी
बजरंग लाल सैन